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AI Drone: एआई ड्रोन तकनीक और नैनो उर्वरक, कम लागत में अधिक उत्पादन की नई क्रांति

भारत में खेती की पारंपरिक तकनीकों में बदलाव आ रहा है, और इसका श्रेय अत्याधुनिक एआई ड्रोन तकनीक और नैनो उर्वरकों को जाता है। भारतीय किसानों के लिए यह एक नई क्रांति साबित हो रही है, जिससे न केवल खेती की लागत कम हो रही है बल्कि उपज भी अधिक मिल रही है।

By: Dipti Tiwari 
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AI Drone: एआई ड्रोन तकनीक और नैनो उर्वरक, कम लागत में अधिक उत्पादन की नई क्रांति

भारत में खेती की पारंपरिक तकनीकों में बदलाव आ रहा है, और इसका श्रेय अत्याधुनिक एआई ड्रोन तकनीक और नैनो उर्वरकों को जाता है। भारतीय किसानों के लिए यह एक नई क्रांति साबित हो रही है, जिससे न केवल खेती की लागत कम हो रही है बल्कि उपज भी अधिक मिल रही है। इसके साथ ही, रोजगारपरक खेती से नई पीढ़ी को भी जोड़ने का सुनहरा अवसर मिल रहा है।

नैनो उर्वरकों से खेती में क्रांतिकारी बदलाव

खेती को अधिक प्रभावी और लाभकारी बनाने के लिए इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजर कोऑपरेटिव लिमिटेड (इफको) द्वारा विकसित नैनो यूरिया प्लस और डीएपी (तरल) उर्वरक किसानों के लिए वरदान साबित हो रहे हैं। इन उर्वरकों के उपयोग से किसानों को कम लागत में अधिक उत्पादन मिल रहा है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति भी मजबूत हो रही है।

ड्रोन तकनीक से उर्वरक छिड़काव: आधुनिक खेती की दिशा में कदम

खेती में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित ड्रोन तकनीक के उपयोग ने कृषि क्षेत्र में नई संभावनाएं खोली हैं। ड्रोन के माध्यम से नैनो यूरिया और डीएपी (तरल) उर्वरक का छिड़काव करने से किसानों का समय बच रहा है और फसलों पर उर्वरकों का समान रूप से वितरण हो रहा है। इससे उत्पादन की गुणवत्ता और मात्रा दोनों में सुधार हो रहा है।

तकनीकी विशेषज्ञों की महत्वपूर्ण बैठक

हाल ही में इफको मुख्यालय से आए तकनीकी निदेशक केजे पटेल ने आंवला संयंत्र का दौरा किया और वरिष्ठ महाप्रबंधक सत्यजीत प्रधान के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक में नैनो उर्वरकों के प्रभाव और एआई ड्रोन तकनीक के उपयोग पर गहन चर्चा की गई। केजे पटेल ने बताया कि इफको के प्रबंध निदेशक डॉ. उदय शंकर अवस्थी के कुशल नेतृत्व में किसानों को सशक्त बनाने के लिए कई नवाचार किए जा रहे हैं।

तकनीकी दक्षता और कर्मियों की भूमिका

आंवला संयंत्र के तकनीकी सभागार में आयोजित बैठक में संयंत्र की तकनीकी विशेषताओं, उत्पादकता बढ़ाने के तरीकों और कर्मियों की दक्षता को लेकर विचार-विमर्श किया गया। केजे पटेल ने कहा कि अगर कर्मचारी अपनी जिम्मेदारी और दक्षता को बढ़ाएं, तो उत्पादों की गुणवत्ता और बेहतर हो सकती है।

बैठक में वरिष्ठ अधिकारियों की भागीदारी

इस बैठक में आंवला इकाई प्रमुख सत्यजीत प्रधान, महाप्रबंधक प्रदीप शर्मा, महाप्रबंधक आर के शर्मा, महाप्रबंधक मुकेश खेतान, हीरालाल, अमित गुप्ता, मनोज अग्रवाल, अरविंद कुमार, ऑफिसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष शिशिर यादव और इफको इम्प्लाइज यूनियन के अध्यक्ष सुखदेव, महामंत्री गजेंद्र सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

किसानों के लिए सुनहरा अवसर

नैनो उर्वरक और एआई ड्रोन तकनीक के माध्यम से खेती को लाभदायक बनाना संभव हो गया है। किसानों को अब कम लागत में अधिक उत्पादन मिल रहा है, जिससे उनकी आमदनी बढ़ रही है। इसके अलावा, नई पीढ़ी भी रोजगारपरक खेती से जुड़कर आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ रही है। यह तकनीक भारतीय कृषि के लिए एक नया भविष्य रच रही है।

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