फूलों का शौक रखने वाले लोग अक्सर गुलाब, गुड़हल, चंपा और चमेली जैसे पौधे लगाते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि कमल का फूल (Lotus Flower) भी घर की छत पर आसानी से उगाया जा सकता है? अक्सर कमल को तालाब, झील या पोखर में उगते हुए देखा जाता है, लेकिन अगर सही तकनीक अपनाई जाए तो आप अपने घर के गार्डन, छत या बालकनी में भी इसे उगा सकते हैं।
कमल के बीज को सामान्य भाषा में “कमल गट्टा” कहा जाता है। इसे आप आसानी से स्थानीय किराना स्टोर,ऑनलाइन शॉपिंग साइट्स से खरीद सकते हैं।
● जब आप किराने की दुकान से बीज खरीदें, तो थोड़ी ज्यादा मात्रा में लें, क्योंकि कुछ बीज अंकुरित नहीं हो पाते।
● बीज को पानी में डालकर जांचें – यदि बीज नीचे बैठ जाए, तो वह अंकुरण के लिए सही है।
● यदि बीज पानी की सतह पर तैरने लगे, तो वह खराब हो चुका है और उसे उपयोग नहीं करना चाहिए।
कमल के बीज का बाहरी खोल (Outer Shell) बहुत सख्त होता है, जिससे वह आसानी से अंकुरित नहीं होता।
1. बीज के दो छोर होते हैं – एक में छोटा छेद और दूसरा पॉइंटेड टिप।
2. छेद वाली तरफ से बीज को तब तक घिसें, जब तक कि अंदर सफेद भाग दिखाई न दे।
3. यह प्रक्रिया ध्यानपूर्वक करें, क्योंकि गलत तरीके से घिसने से बीज खराब हो सकता है।
1. बीज को पानी में डालें
● बीज को आर-पार दिखने वाले कांच के गिलास (Transparent Glass) में पानी भरकर डालें।
● यदि सीड्स ज्यादा हैं, तो अलग-अलग गिलास या एक बड़े गहरे गिलास में डाल सकते हैं।
● बीज को धूप वाली जगह पर रखें, क्योंकि कमल गर्मी में ही अंकुरित होता है।
2. पानी बदलते रहें
● हर 1-2 दिन में पानी बदलें, ताकि बीज को साफ और ऑक्सीजन युक्त वातावरण मिले।
● 2-3 दिनों में बीज अंकुरित होने लगेंगे।
● 10 दिनों में ये सभी बीज अंकुरित होकर 4-6 इंच तक लंबे हो सकते हैं।
3. बीज को गमले या बड़े गिलास में ट्रांसप्लांट करें
● जब बीज 2-3 इंच का अंकुर निकाल ले, तो उसे किसी बड़े गिलास में ट्रांसफर करें।
● इसमें मिट्टी और खाद मिलाएं और बीज को 2-3 इंच नीचे हल्के हाथ से दबाएं।
4. बड़े टब या पॉट में पौधा शिफ्ट करें
● जब पौधे की जड़ें और पत्तियां दिखाई देने लगें, तो उसे किसी बड़े टब (Large Container) या मिट्टी के पॉट में लगा दें।
● टब के 50% भाग में मिट्टी और गोबर की खाद को बराबर मात्रा में मिलाकर भरें।
● इसके बाद टब में सतह तक पानी भरकर इसे धूप में रखें।
● पानी की सतह से 1-2 इंच नीचे बीज को दबा दें।
1. पर्याप्त पानी (Adequate Water Supply)
● कमल जल में उगता है, इसलिए टब या गमले में हमेशा पानी पर्याप्त मात्रा में होना चाहिए।
● पानी का स्तर मिट्टी की सतह से 1-2 इंच ऊपर होना चाहिए।
2. धूप (Sunlight Requirement)
● कमल को अच्छी धूप (6-8 घंटे प्रतिदिन) की आवश्यकता होती है।
● इसे बालकनी, छत या किसी ऐसी जगह रखें, जहां सीधी धूप मिले।
3. खाद और मिट्टी (Fertilizer & Soil Mix)
● 50% मिट्टी और 50% गोबर खाद या जैविक खाद का मिश्रण उपयोग करें।
● बीच-बीच में पौधे को पोषक तत्व देने के लिए जैविक खाद डालें।
4. पानी की सफाई बनाए रखें
● हर 15 दिन में पानी बदलें, ताकि काई (Algae) न जमे और पौधा स्वस्थ रहे।
● पानी की सफाई के लिए छोटी मछलियां टब में डाल सकते हैं, लेकिन केवल तब जब पौधा पूरी तरह बढ़ जाए।
5. मुरझाई हुई पत्तियों को हटाएं
● अगर कोई पत्तियां सड़ने लगें, तो उन्हें तुरंत हटा दें।
● इससे पौधे की ग्रोथ सही बनी रहेगी और संक्रमण नहीं फैलेगा।
● कमल के फूल के खिलने में कितना समय लगता है?
● कमल के बीज को अंकुरण से लेकर फूल खिलने तक 5-6 महीने का समय लगता है।
● यह एक धीमी प्रक्रिया है, इसलिए धैर्य बनाए रखना जरूरी है।
● जैसे-जैसे पौधा बड़ा होगा, सुंदर हरे पत्ते और फिर गुलाबी या सफेद रंग के कमल के फूल खिलेंगे।
कमल उगाने के फायदे
1. घर की छत या बालकनी का सौंदर्य बढ़ता है।
2. कमल के फूल धार्मिक और सांस्कृतिक रूप से शुभ माने जाते हैं।
3. कमल के बीज और पत्तियों का उपयोग आयुर्वेदिक उपचार में होता है।
4. यह एक पर्यावरण के अनुकूल पौधा है, जो जल शुद्धि में मदद करता है।
ऐसे में कहा जाए तो घर की छत पर कमल उगाना संभव और आसान है, बस आपको सही तकनीक और देखभाल की जरूरत है। बीज को सही तरीके से तैयार करना, अंकुरण की प्रक्रिया को समझना और पानी की उचित व्यवस्था बनाए रखना महत्वपूर्ण है। अगर आप इस प्रक्रिया का सही पालन करते हैं, तो कुछ महीनों में आपके घर की छत पर सुंदर और खिलते हुए कमल के फूल नजर आएंगे।