झींगा पालन (Shrimp Farming) भारत में तेजी से बढ़ता व्यवसाय है, लेकिन कई बीमारियां इसकी उत्पादकता को प्रभावित कर सकती हैं। इनमें से एक गंभीर बीमारी वाईब्रियोसिस (Vibriosis) है, जो झींगा की विभिन्न प्रजातियों को संक्रमित कर सकती है।
झींगा पालन (Shrimp Farming) भारत में तेजी से बढ़ता व्यवसाय है, लेकिन कई बीमारियां इसकी उत्पादकता को प्रभावित कर सकती हैं। इनमें से एक गंभीर बीमारी वाईब्रियोसिस (Vibriosis) है, जो झींगा की विभिन्न प्रजातियों को संक्रमित कर सकती है।
आजकल शहरीकरण के बढ़ते प्रभाव के कारण लोग छत पर ही गार्डनिंग कर रहे हैं। पहले यह चलन हरी सब्जियों तक सीमित था, लेकिन अब लोग अपनी छतों पर फल भी उगाने लगे हैं।
कमल के बीज को सामान्य भाषा में "कमल गट्टा" कहा जाता है। इसे आप आसानी से स्थानीय किराना स्टोर,ऑनलाइन शॉपिंग साइट्स से खरीद सकते हैं।
हरा धनिया (Coriander) खाने का स्वाद और खुशबू बढ़ाने के साथ ही पौष्टिकता और ताजगी भी लाता है। लेकिन कई बार बाजार में इसकी कीमत अधिक हो जाती है और बारिश या गर्मी के मौसम में इसकी उपलब्धता भी कम हो जाती है।
भारत में खेती केवल एक पेशा नहीं बल्कि जीवनशैली है। आज, कृषि पर्यटन (Agritourism) किसानों के लिए आर्थिक सुधार और ग्रामीण विकास का एक नया जरिया बन रहा है।
कृषि क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence - AI) का उपयोग खेती के पारंपरिक तरीकों को आधुनिक तकनीक से जोड़कर उत्पादन और गुणवत्ता को बढ़ाने में मदद कर रहा है।
लकड़ी वाले पेड़ों की खेती (Tree Farming) को किसान एक लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टमेंट (Long-Term Investment) मानते हैं। सही देखभाल करने पर यह खेती उच्च लाभदायक (High-Profit) साबित होती है।
मध्य प्रदेश सरकार ने किसानों के हित में एक बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने धान उपार्जन पर प्रति हेक्टेयर 4,000 रुपये की सहायता और गेहूं पर 175 रुपये प्रति क्विंटल का बोनस देने की घोषणा की है।
खारे पानी से सिंचाई करने के प्रभाव, उसे उपयोगी बनाने के उपाय, तथा फसल उत्पादन में सुधार के तरीकों पर विस्तृत जानकारी।
जब भी बाज़ार या बाग़ से लाये फलों से कीड़े निकलते हैं तो यह एक तरह का भ्रम होता है कि सही दिखने वाले फल में कीड़े किस तरह से पैदा हो गए तो इसका कारण फल वाली मक्खी होती है। फल वाली मक्खी और फल चूसने वाले कीट नींबू जाति के फल के केरे के मुख्य कारण में से एक है। फल वाली मक्खी पंजाब में नींबू जाति के
गन्ना उत्पादकों को एक बार फिर समय पर चोटी बेधक की रोकथाम कर लेनी चाहिए और यदि समाधान न किया गया तो किसान को भारी नुक्सान हो सकता है। खेती विज्ञानियों का कहना है कि यह एक बहुत गंभीर कीड़ा है।
कृषि-खाद्य प्रणाली को स्वस्थ और भरोसेमंद व्यवस्था में बदलने तथा सतत विकास लक्ष्यों को 2030 तक प्राप्त करने के लिए भारत को अब बहुत ही ज्यादा सजकता, सततता और सहनशीलता से अपने प्रयासों को तेज करना होगा।
अपने खेतों का लगातार निरीक्षण करना बहुत समय लेने वाला और कठिन कार्य है। कल्पना कीजिए कि अगर आप खेतों में जाकर देखने की बजाए एक जगह पर बैठकर अपने खेतों का निरीक्षण करने में सक्षम हों तो।
सरसों का बीज अगले सीजन के लिए किसान खेत में ही बड़े पैमाने पर इसकी खेती करे तो यह ओर किसनों के लिए बीज भी तैयार करके इसे बेच और प्रयोग कर सकते हैं बीज उत्पादन के लिए खेती के तरीके
किन्नू पंजाब का एक महत्वपूर्ण फल है और पंजाब की खेती आर्थिकता में इसका बहुत बड़ा योगदान है। पर किन्नू की पैदावार और गुणवत्ता तुड़ाई के बाद कांट-छांट पर निर्भर करती है।